टीकाकरण ही जानलेवा बीमारियों से बचाने का एक मात्र उपाय : अंजुश सिंह
अन्नू सोनी की रिपोर्ट
कासगंज । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवध किशोर प्रसाद के निर्देशन में ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को अच्छी सेवाएं देने के लिए स्वास्थ्य विभाग व चाई संस्था के सहयोग से सातों ब्लॉक के सीएचसी पीएचसी पर छाया ‘वीएचएनडी’ सत्र के दौरान गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को दी जाने वाली सेवाओं के लिए एएनएम एक एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अंजुश सिंह ने बताया कि जनपद में ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवतियों को छाया वीएचएनडी सत्र पर बेहतर सेवाएं देने के लिए एएनएम को सातों ब्लॉक पर एक,एक दिवसीय प्रशिक्षण देकर बेहतर सेवाएं देने की सीख दी गई ।
प्रशिक्षण के दौरान चाई संस्था के आरआरपीसी विजय गर्ग ने एएनएम को गर्भवती महिलाओं की बेहतर देखभाल करने एवं बीमारी से बचाव के लिए जानकारी दी। विजय गर्ग ने एएनएम को समझाया कि उन्हें शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में छाया वीएचएनडी सत्र पर गर्भवती व धात्री माताओं को टीके के लिए जागरूक करना है। इसके साथ ही उक्त कार्यक्रम की रिकार्डिंग व रिपोर्टिंग सही व प्रभावी ढंग से करनी है।
यूएनडीपी कोल्ड चेन मेनेजर हसरत अली ने कहा कि टिटनेस, हेपाटाइटिस, पोलियो, क्षय रोग, काली खांसी,गलघोंटू,हिब रोग, निमोनिया, खसरा जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव हेतु टीकाकरण कराना बहुत महत्त्वपूर्ण है । टीकाकरण से बच्चों के स्वास्थ्य पर किसी प्रकार का कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं होता है।
इस संबंध में सोरों ब्लाक अधीक्षक डॉ.कर्मवीर सिंह ने कहा कि छाया वीएचएनडी सत्र पर सात जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए टीके लगाए जाते हैं। जिससे भविष्य में इन सातों रोगों की संभावना लगभग शून्य हो और साथ ही बच्चों में बीमारियों से लड़ने की रोग प्रतिरोध क्षमता बनी रहे, एवं बच्चा स्वास्थ्य रहे ।
यूपीटीएसयू जिला विशेषज्ञ कम्युनिटी आउटरीच ब्रजेश चौहान ने बताया कि छाया वीएचएनडी सत्र के दौरान की गर्भवती व धात्री महिलाओं को दी जाने वाली सेवाओं के लिए नियमित टीकाकरण ही बीमारीयों से बचाव का सही उपाय है। उन्होने सभी गर्भवती महिलाओं से अपील की है कि प्रसव पूर्व टीके की सभी डोज समय से लें। प्रसव पश्चात सेहत का ख्याल रखें और बच्चों को बीमारी से दूर करने में सक्षम हों ।
प्रशिक्षण में चाई संस्था प्रतिनिधि निसार खान,बीपीएम भगेश्वर, प्रियंका व सभी एएनएम मौजूद रही।
टीकाकरण न होने से गंभीर बीमारियां:
•टिटनेस
•हेपाटाइटिस
•पोलियो
•टीबी
•काली खाँसी
•गलघोटूँ
•निमोनिया
•खसरा