अंतरा इंजेक्शन लगवाने पर लाभार्थी को प्रति डोज मिलता है 100 रुपए : नोडल अधिकारी
अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । परिवार नियोजन साधन अपनाने वाले परिवार अंतरा और छाया को अपनाकर खुशहाल दाम्पत्य जीवन जी रहे हैं। अंतरा अपनाने से महिलाओं को अनचाहे गर्भ से निजात मिल रही है। वहीं परिवार नियोजन के लिए अब अंतरा इंजेक्शन से अंतराल बढ़ाया जा रहा है, जबकि छाया टेबलेट की छांव में परिवार का विकास हो रहा है। यह कहना है अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राहुल शर्मा का।
नोडल अधिकारी ने बताया कि परिवार नियोजन के लिए त्रैमासिक इंजेक्शन अंतरा और गर्भनिरोधक गोली छाया महिलाओं की पसंद बनने लगा है। भय और भ्रांति से इससे कतराने वाली महिलाएं भी अब इसका महत्व समझकर इसे अपना रही हैं। परिवार में अंतर रखने के लिए अंतरा इंजेक्शन और अनचाहे गर्भधारण से बचने के लिए गर्भनिरोधक गोलियां छाया काफी कारगर साबित हो रही हैं। जो महिलाएं गोलियां नहीं खा सकती उनके लिए अंतरा इंजेक्शन काफी लाभकारी है और इसके कोई दुष्परिणाम भी नहीं है और यह ज्यादातर अस्पतालों में उपलब्ध है।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक एमपी सिंह ने बताया कि अंतरा अपनाने वाली लाभार्थियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। स्वास्थ्य कर्मियों की ओर से इसके लिए महिलाओं को प्रेरित करना भी अच्छे परिणाम दे रहा है। परिवार नियोजन ही बच्चों में अंतर रखने का स्वास्थ्य एवं सुरक्षित तरीका है। एक अंतरा का इंजेक्शन का असर तीन माह तक प्रभावी रहता है।
टीएसयू के वरिष्ठ परिवार नियोजन विशेषज्ञ महरोज तस्लीम सिद्दीकी ने बताया कि जुलाई 2022 के अंत तक अंतरा अपनाने वाले लाभार्थियों की संख्या 5,377 हो चुकी है और 18,066 छाया गोली का प्रयोग किया जा चुका है। जबकि 31 जुलाई 2021 तक अंतरा अपनाने वाले लाभार्थियों की संख्या 1,970 थी और 9,734 छाया गोलियों का प्रयोग किया गया था। अंतरा इंजेक्शन जनपद में समस्त प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सभी उपकेंद्रों पर उपलब्ध है।
इंसेट- स्वास्थ्य विभाग, परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए समुदाय को जागरूक करने के साथ ही स्थायी व अस्थायी, दोनों विधियों की सेवाएं प्रदान कर रहा है। स्थायी विधि में नसबंदी है, जबकि अस्थायी विधि में कॉपर टी, त्रैमासिक गर्भनिरोधक अंतरा इंजेक्शन, माला डी, माला-एन आदि का इस्तेमाल है।
हर डोज पर 100 रुपए प्रोत्साहन राशि :
त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन का लाभ लेने वाली महिला को प्रति डोज लगवाने पर 100 रुपए की प्रोत्साहन राशि विभाग की ओर से दी जाती है। महिला के साथ आशा को भी प्रति डोज 100 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।