-100 से अधिक लोगों की हुई कॉउंसलिंग
-एड्स के लक्षण व उपाय बताए
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जानकारी ही बचाओ है- “वैश्विक एकजुटता साझा ज़िम्मेदारी” के आधार सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र अतरौली में विश्व एड्स दिवस जागरूकता अभियान चलाया गया । स्वास्थ्य विभाग और ममता हैल्थ इंस्टिट्यूट फॉर मदर एण्ड चाइल्ड के माध्यम से जन जागरूकता के उद्देश्य से विश्व एड्स दिवस के अवसर पर स्टाल लगा कर आम जन को जागरूक किया गया तथा एच0आई0वी0/एड्स को लेकर समाज में पनप रही रही भ्रांतियों को लेकर लोगो को जागरूक किया । शिविर का सुभारम्भ डॉ0 राम बिहारी मुख्या चिकित्सा अधीक्षक ने किया और उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि किसी भी एच0आई0वी0 संक्रमित व्यक्ति के साथ कोई भेदभाव न किया जाये l ममता संस्था से मोहम्मद आलम अहाना प्रोजेक्ट ऑफिसर ने बताया कि समस्त गर्भवती महिलाओं को एच0आई0वी0 की जाँच की सुविधा पहुंचना आवश्यक है ताकि समय से एच0आई0वी0 संक्रमण का पता लगाकर उनके होने वाले बच्चों को एच0आई0वी0 के संक्रमण से बचाया जा सके । साथ ही साथ वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाओ के तरीके बताये l
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राम बिहारी ने बताया कि एड्स एचआईवी पॉजिटिव कोविड-19 के बारे में समझाया। आम जनता को बताया गया कि एड्स कोई छुआछूत की बीमारी नहीं है, बल्कि इस पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग ठोस कार्य कर रहा है । आम आदमी को भी एड्स रोगी से दूरी नहीं बनानी है और उसके साथ कोई भेदभाव का व्यवहार नहीं करना है। सभी को वैश्विक एकजुटता और साझा जिम्मेदारी निभानी है। इसके साथ ही कोविड-19 से बचाव के उपायों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई, कि सामाजिक दूरी बनाए रखें मास्क का प्रयोग ज़रूर करें भीड़ भाड़ वाली जगह से जाने से बचें ।
एचआईवी पॉजिटिव से न करें भेदभाव:
बहुत सारे लोग समझते हैं कि एड्स पीड़ित व्यक्ति के साथ खाने, पीने, उठने, बैठने से हो जाता है जो कि गलत है। ये समाज में एड्स के बारे में फैली हुई भ्रांतियां हैं। सच तो यह है कि रोजमर्रा के सामाजिक संपर्कों से एच.आई.वी. नहीं फैलता ।कार्यक्रम के दौरान डॉ0 राम बिहारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र अतरौली का समस्त स्टाफ, मोहम्मद जावेद एवं रेशमा सलीम फील्ड ऑफिसर उपस्थित रहे l
अलीगढ़ से चीफ एडिटर
अजय प्रताप चौहान