उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत शहरी स्तरीय स्टेकहोल्डर परामर्श कार्यशाला का मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार अलीगढ़ में आयोजन किया गया । कार्यशाला की अध्यक्षता अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व आरकेएसके के नोडल अधिकारी ने किया । इस कार्यशाला का उद्देश्य शहरी क्षेत्र में किशोर किशोरी को स्वास्थ्य एवं प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाना है । कार्यशाला का आयोजन पीएसआई (टीसीआईएचसी) संस्था के माध्यम से सहयोग किया गया ।अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व (आरकेएसके) नोडल अधिकारी डॉक्टर एसपी सिंह ने बताया कि किशोर व किशोरियों में मानसिक एवं शारीरिक बदलाव होने के कारण असहज महसूस करते हैं । जिसमें उनको परामर्श की आवश्यकता पड़ती है और ऐसे में उनको स्वास्थ्य की जानकारी एवं मानसिकता की जरूरत होनी चाहिए । फ्रेंडली एवं एटमॉस्फियर परिवार व स्वास्थ विभाग के बीच में बन जाता है तो उनको एक अच्छा व्यवहार करने की सीख मिलती है और इसके अलावा गलत जानकारी देने पर भी प्रेरित नहीं होने चाहिए । उन्होंने बताया कि 14 साल से 19 साल तक के कई युवा पुरुष स्त्री के प्रति गलत जानकारी रखते हैं यौन शोषण जैसे कृत्य के लिए आमादा हो जाते हैं । ऐसे में उन्हें उचित सलाह की जरूरत है । डीईआईसी मैनेजर मुनाजिर हुसैन ने कार्यशाला का संचालन करते हुए कहा कि किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के बारे में शहरी क्षेत्रों के समस्त को अपने-अपने क्षेत्रों में कार्यक्रम की विशेष जानकारी दी और उन्होंने यह भी बताया किशोर स्वास्थ्य जैसे पोषण, टीकाकरण, सेक्सुअल हारसमेट, शारीरिक एवं मानसिक बदलाव शादी के बारे में लोगों को जागरूक करने के बारे में बताया । जिला कार्यक्रम प्रबंधक एमपी सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य द्वारा 10 से 19 साल के किशोरी व किशोर की स्वास्थ्य एवं पारिवारिक जीवन शिक्षा प्रदान करने के लिए जिला महिला एवं पुरुष चिकित्सालय में परामर्श केंद्र खोला गया है । सभी किशोरी व किशोर का परामर्श केंद्र में स्वागत है । इन केंद्रों पर महिला एवं पुरुष सलाहकार (काउंसलर) तथा चिकित्सकों द्वारा प्रत्येक कार्य दिवस में परामर्श एवं निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही है । उन्होंने यह भी बताया कि 10 से 19 साल तक कि किशोर व किशोरी को स्वास्थ्य सेवाएं एवं परामर्श की सेवाएं दी जानी है । इसके लिए शहर क्षेत्र में यूएचएनडी एवं सरकारी विद्यालयों में किशोर व किशोरियों को परामर्श दिया जाना चाहिए ।
शहरी क्षेत्र के अर्बन हेल्थ कोऑर्डिनेटर अकबर खान जी ने बताया सप्ताह में किशोर व किशोरियों को आयरन फोलिक एसिड की टेबलेट खानी है, जिससे एनीमिक होने से बचा जा सके एवं खानपान पर विशेष ध्यान रखा जाए । जैसे हरी सब्जी, दालें दूध से बनी चीजें, चीनी वाले फल और प्रोटीन युक्त सब्जियां का इस्तेमाल करना चाहिए । पीएसआई संस्था के सिटी मैनेजर डॉक्टर उमर फारूक ने बताया कि (टीसीआईएचसी) सत्ता के द्वारा इस कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग प्रदान किया जाएगा और कार्यशाला में निर्णय लिया । प्रत्येक शहरी स्वास्थ्य केंद्र पर प्रत्येक माह की 5 तारीख को किशोर व किशोरी स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया जाएगा एवं प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार को 15 से 24 वर्ष की 1 बच्चे वाली महिलाओं के लिए परिवार कल्याण नियत सेवा दिवस का आयोजन किया जाएगा । इस कार्यशाला के दौरान प्रमुख चिकित्सा अधिकारी व नोडल अधिकारी डॉ एस पी सिंह, समस्त शहरी क्षेत्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी, डीईआईसी मैनेजर मुनाजिर हुसैन, जिला कार्यक्रम प्रबंधक एमपी सिंह, मंडली अर्बन हेल्थ सलाहकार सुप्रीम कुमार सागर, डिविजनल अर्बन हेल्थ कंसलटेंट अकबर खान, पीएसआई संस्था के सिटी मैनेजर डॉ उमम फारूक, लॉजिस्टिक मैनेजर फैमिली प्लैनिंग वैभव मिश्रा, मेहरोज तस्लीम वरिष्ठ परिवार नियोजन विशेषज्ञ यूपीटीएसयू, यूनिसेफ के डिस्टिक मोबिलाइजर कोऑर्डिनेटर मोहम्मद आरिफ व अर्श काउंसलर विनय, विशाखा, चंद्रेश, मानसी गुप्ता आदि मौजूद रहे ।
अलीगढ़ से चीफ एडिटर
अजय प्रताप चौहान