संगीत की प्रतिभा से बांकेबिहारी को किया प्रकट : स्वामी पूर्णानंदपुरी
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में संगीत सम्राट स्वामी हरिदास जी महाराज की जयंती के शुभ अवसर पर श्री खेरेश्वर महादेव व दाउजी महाराज समिति के तत्वावधान में मंदिर प्रांगण में स्थित स्वामी हरिदास जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया । महामंडलेश्वर स्वामी श्री पूर्णानंदपुरी जी महाराज ने कहा की स्वामी श्री हरिदास जी महाराज ने अपनी संगीत साधना से बांके बिहारी को प्रकट किया, जिनके प्रति आज पूरे देश में ही नहीं अपितु विदेशों में भी श्रद्धा है, स्वामी श्री पूर्णानंदपुरी जी महाराज ने जानकारी देते हुए कहा कि सम्राट अकबर के काल में स्वामी हरिदास जी के संगीत का इतना माधुर्य था कि स्वयं अकबर ने ब्रन्दावन आकर स्वामी जी कुटिया के बाहर खड़े होकर संगीत सम्राट स्वामी तानसेन से हरिदास जी के संगीत को सुनकर उनके भक्त बनकर आशीर्वाद लिया। खेरेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष ठाकुर सत्यपाल सिंह ने कहा कि स्वामी हरिदास जी की जन्मस्थली पर प्रतिवर्ष उनकी स्मृति में हरिदास महोत्सव का आयोजन किया जाता था परन्तु इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते यह महोत्सव स्थगित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वामी हरिदास जी महाराज की स्मृति में मंदिर प्रांगण में स्वामी श्री पूर्णानंदपुरी जी महाराज के सानिध्य में स्वामी हरिदास जी आध्यात्म एवं संस्कृतिक केंद्र की स्थापना की जायेगी जिसमें समय समय पर देश के संतों को आमंत्रित कर आध्यात्मिक प्रवचन एवं सुप्रसिद्ध कलाकारों के निर्देशन में संगीत कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आमजन नामांकित किये जा सकेंगे।इस अवसर पर डा.राकेश सक्सेना, कथा व्यास शिवम् शास्त्री, शशि पी. गुप्ता, आचार्य गौरव शास्त्री, ऋषि शास्त्री, रवि शास्त्री, अवधेश शर्मा, सुबोध गर्ग, ठाकुर गेहराज सिंह आदि उपस्थित रहे।
अलीगढ़ से संवाददाता
अक्षय कुमार गुप्ता