अब तक बने 2,35,569 गोल्डन कार्ड 8700 से अधिक लोगों ने उठाया योजना से लाभ
नीरज जैन की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद। अलाउद्दीन को पेट के निचले हिस्से में अक्सर दर्द रहता था। कायमगंज में ही डॉक्टर से दवा ले लेता तो बंद हो जाता लेकिन दोबारा फिर होने लगता था। एक दिन गांव की आशा सुशीला देवी ने बताया कि मेरा व मेरे परिवार का नाम आयुष्मान योजना में है। मैंने इस बात को गंभीरता से नहीं लियाl अलाउद्दीन कहते हैं कि एक दिन सुशीला आशा संगिनी शिप्रा को लेकर मेरे घर आई ।
उन्होंने इस योजना के लाभ के बारे में बताया। इनकी बात मानकर मैं सीएचसी कायमगंज में नियुक्त आरोग्य मित्र अनुराग से मिला। उन्होंने मेरी सारी जांचे निशुल्क कराई। उसमें मुझे हर्निया की शिकायत मिली। अनुराग ने ऑपरेशन कराने की सलाह दी। मैंने कहा कि मैं मजदूरी करके अपने घर का पालन पोषण करता हूं। मेरे पास इतने पैसे कहां जो मैं आपरेशन करा सकूं।
अनुराग ने बताया कि आपका इस गोल्डन कार्ड के जरिए निशुल्क इलाज हो जायेगा। इस इलाज में आपका एक रुपये भी नहीं लगेगा । यह सुनकर मैं बहुत खुश हो गया। उन्होंने मुझे जिले के सभी अस्पतालों के बारे में बताया। जहां इस योजना के तहत मुफ़्त इलाज मिलता है । डॉ दास नर्सिंग होम फतेहगढ़ में 22 मई को मेरा आपरेशन हो गया। मुझसे कोई पैसा नहीं लिया गया।
अब मैं स्वस्थ हूं l मैं सरकार और पूरी स्वास्थ्य टीम को धन्यवाद देता हूं। मैं सभी से अपील करता हूं कि इस योजना का लाभ उठायें और अपना गोल्डन कार्ड बनवाएं। अलाउद्दीन जैसे जिले कई ऐसे मामले हैं जो आयुष्मान भारत योजना के तहत हर दिन लाभान्वित हो रहे हैं। योजना के नोडल अधिकारी डॉ रंजन गौतम का ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले में लगभग 8700 लोग इलाज करवा चुके हैं। 23 सितम्बर 2018 में शुरू हुई इस योजना के तहत 9 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत प्रति परिवार को पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जाता है। आयुष्मान योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अमित मिश्र ने बताया कि इस योजना के तहत अब तक 2,35,569 लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं । उन्होंने बताया कि अपना जनपद राज्य स्तरीय रैंकिंग में शीर्ष 20 नम्बर पर है।