उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में विश्व फोटोग्राफी दिवस पर सामाजिक संस्था विकास मंच द्वारा अलीगढ़ जनपद के मान्यता प्राप्त प्रेस फोटोग्राफर श्याम सुन्दर शर्मा (शिमला फोटो स्टूडियो ) को उनकी अटूट निष्ठा एवंम श्रम के साथ प्रेस फोटोग्राफी के क्षेत्र में अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए विश्व धर्म संसद के महामंडलेश्वर स्वामी हरिकांत हरिहरानंनद जी महाराज ने चिंरजीवी अवार्ड से सम्मानित किया । संस्थापक संरक्षक स्व. चिंरजीलाल गुप्ता की स्मृति में दिये जाने वाले चिंरजीवी अवार्ड में महामंडलेश्वर ने श्याम सुन्दर शर्मा को माल्यार्पण व अंगवस्त्र पहनाया तथा स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया ।श्याम सुन्दर शर्मा ने बताया की आज विश्व फोटोग्राफी डे है। इस दिवस को मनाने के पीछे भी एक कहानी है। दरअसल फ्रांसीसी वैज्ञानिक लुईस जेक्स और मेंडे डाग्युरे ने सबसे पहले सन 1839 में फोटो तत्व की खोज की थी। ब्रिटिश वैज्ञानिक विलियम हेनरी फॉक्सटेल बोट ने निगेटिव-पॉजीटिव प्रोसेस का आविष्कार किया और सन 1834 में टेल बॉट ने लाइट सेंसेटिव पेपर की खोज करके खींची गई फोटो को स्थायी रूप में रखने में मदद की। महामंडलेश्वर स्वामी हरिकांत हरिहरानंनद जी महाराज कहा कि तस्वीरें हमेशा जिंदा रहती हैं। कहते हैं कि अगर किसी पल को अमर करना हो तो उसे तस्वीरों में कैद कर लो इस अवसर पर पवन कुमार वाष्र्णेय ललित सिहं, डी पी सिंह, हर्ष वेदपाठी सुमित वाष्र्णेय आदि मौजूद थे ।
अलीगढ़ से संवाददाता
अक्षय कुमार गुप्ता