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अलीगढ़ के हिन्दुवादियों ने अयोध्या में प्रभु श्रीराम के तिरपार में अंतिम दर्शन कर हुये भावुक हुए

जनपद अलीगढ़ के हिन्दुवादी नेता तीन दिन के लिये गये अयोध्या में भगवान श्रीराम को तिरपाल में देख भावुक हो गये।अयोध्या मामले के फैसले के बाद अलीगढ़ से हिंदू वादियों की टीम अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर बनने की खुशी में अयोध्या घूमने गए जहां पर प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या विकास की ओर है देश के जगह जगह से विभिन्न संस्थाओं के साथ देश के मुख्य व्यक्तियों ने प्रभु श्रीराम के भव्य मन्दिर निर्माण हेतू दान देने की घोषणाएं कर दी हैं । अयोध्या में अब विकास का काम शुरू हो गया है और जगह जगह शानदार फ़्लाई ओवर बन्ने चालू हो गये हैं। वहां के सभी लोगों में अलग सा उत्साह देखने को मिल रहा है जो कि वहां दूर दूर से यात्रियों के आने की संख्या भी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है । वहां के मुस्लिम भी काफी खुश हैं वहां की हिन्दु मुस्लिम एकता भी भाईचारे के साथ देखी जा सकती है अलीगढ़ से अयोध्या गए हिंदूवादी नेता बृजेश कंटक ने कहा कि अगली वार एक विशालकाय भव्य मन्दिर को देखने और वहां श्रमदान करने भी मन्दिर बनने के पश्चात अलीगढ़ के सैंकड़ों युवा जायेंगे। वहीं अयोध्या से आए हिंदूवादी नेता विनय वार्ष्णेय ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मन्दिर तक कोई भी गाड़ी ले जाने के लिये वहां के कप्तान द्वारा दिया गया वीआईपी नम्बर ही लेकर जायेगा अन्दर तक। बिना कप्तान द्वारा पास किया गया नम्बर मन्दिर तक गाडी नहीं जायेगी। मन्दिर में बाहर से अन्दर तक के लिये सात चैक पोस्ट बनी हुई हैं जिस पर प्रत्येक चैकपोस्ट पर इस समय जोरदार तरीके से जांच होकर ही व्यक्ति को निकाला जाता है । जिसमें पहली चैक पोस्ट युपी पुलिस के हाथ में हैं। उसके बाद की सीआईएसएफ के द्वारा चैक किया जाता है। सीआईएसएफ द्वारा ही अन्दर लेकर जाता है उन्ही के द्वारा दर्शन कराये जाते हैं। मन्दिर में बाहर से ही सिक्योरिटी बहुत ज्यादा है जहां मोबाइल ले जाने के लिये साफ मना है कपिल गुप्ता का कहना है कि जल्द से जल्द भव्य मंदिर निर्माण हो हमें बेसब्री से इंतजार है भगवान श्रीराम का विशालकाय भव्य मंदिर देखने के लिए अलीगढ़ से सैकड़ों लोगों को ले जाकर वहां दर्शन कराएंगे। अलीगढ़ से अयोध्या जाने वालों में मुख्य रूप से मौजूद – ब्रजेश कंटक, विनय वार्ष्णेय, प्रिंस शर्मा, कपिल गुप्ता, पुनीत आदि गये ।

 

 

 

 

उप संपादक
शशि गुप्ता
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