अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़। जनपद में अखिल भारतीय करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने लव जिहाद का शिकार हुई । “IIT की स्टूडेंट के साथ कानपुर पुलिस के एसीपी मोहसिन खान ने बलात्कार किया। प्रताड़ित किया।,, लेकिन उसे अब तक न उसे गिरफ्तार किया गया और न सस्पेंड हुआ। इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस को 72 घंटे का समय देते हुए कहा कि अगर बलात्कारी एसीपी मोहसिन खान को उत्तर प्रदेश पुलिस ने नौकरी से बर्खास्त कर इसके विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई नहीं की तो वह एक बड़ा आंदोलन करके हिंदू छात्र को इंसाफ दिलाने के लिए किसी भी हद तक जाने को मजबूर हो जाएंगे । जिसकी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन की होगी ।
मीडिया में जब से मामला उछला तो पीड़ित हिंदू छात्रा ने कोर्ट में अपना बयान भी दर्ज कराया। बलात्कार के आरोपों पर पीड़िता ने कोर्ट में खुलकर एसीपी मोहसिन खान का नाम भी लिया। बताया कि उसके पास तमाम वीडियो और ऑडियो साक्ष्य के रूप में है।
इतना सब होने के बाद भी एसीपी मोहसिन खान आजाद है और कानपुर के अफसरों के संपर्क है। आशंका जताई जा रही है कि वो सबूत मिटाने और गवाहों को अब प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है। कानपुर पुलिस बलात्कार के इस मामले में पीड़ित के साथ कम बल्कि बलात्कारी एसीपी के साथ ज्यादा दिख रही है।
हाल ही इस एसीपी को कानपुर से डीजीपी रजत पदक दिलवाया गया था।
बजरंग दल के अलावा किसी हिंदूवादी संगठन ने पीड़ित हिंदू छात्रा के लिए इंसाफ की लड़ाई नहीं लड़ी।
डीजीपी हेडक्वार्टर और गृह विभाग ने भी इस लव जिहाद की आशंका में बलात्कार के इस मामले में चुप्पी साध रखी है। देखना है कि एसीपी मोहसिन खान और उसको संरक्षण देने वाले कब तक कानून से उसे बचाएंगे।