अजय प्रताप चौहान की रिपोर्ट
अलीगढ़ । एएमयू के जनसंपर्क कार्यालय के प्रभारी सदस्य प्रोफेसर असीम सिद्दीकी ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय मुस्लिम अभ्यार्थियों को विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश या भर्ती में कोई आरक्षण नहीं देता है, जैसा कि कुछ मीडिया आउटलेट्स ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय के सात न्यायाधीशों की पीठ के हालिया फैसले के बाद बताया गया है ।
प्रोफेसर सिद्दीकी ने कहा कि एएमयू में विश्वविद्यालय द्वारा संचालित स्कूलों से पास होने वाले छात्रों के लिए एक आंतरिक कोटा प्रणाली है। प्रोफेसर सिद्दीकी ने जोर देकर कहा कि जब छात्र विश्वविद्यालय में प्रवेश चाहते हैं तो उन्हें आंतरिक माना जाता है और उनके लिए 50 प्रतिशत सीटें आरक्षित की जाती हैं,
चाहे उनका धर्म या आस्था कुछ भी हो, बशर्ते कि वह पात्रता आवश्यकताओं को पूरा करते हों । उन्होंने कहा कि एएमयू में मुस्लिम उम्मीदवारों के लिए सीटें आरक्षित करने की खबरें झूठी और भ्रामक हैं।