नीरज जैन की रिपोर्ट
गाजीपुर । जमानियां तहसील में एंटी करप्शन टीम ने एक और भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। इस बार एक लेखपाल को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया। यह घटना तब प्रकाश में आई जब शिकायतकर्ता कमलेश पाल ने एंटी करप्शन मंडल, वाराणसी में शिकायत दर्ज कराई कि जमानियां तहसील में तैनात लेखपाल प्रभाकर पाण्डेय ने जमीन के दाखिल खारिज के कागजात पर रिपोर्ट लगाने के लिए घूस की मांग की थी।
शिकायत दर्ज होते ही एंटी करप्शन टीम ने पूरे मामले की निगरानी शुरू की और योजना बनाई। इसके तहत दिलदारनगर स्टेशन के पास स्थित एक चाय की दुकान पर शिकायतकर्ता को लेखपाल के साथ मुलाकात करने के लिए कहा गया। लेखपाल ने शिकायतकर्ता से वहां पैसे लेने की योजना बनाई थी। जैसे ही लेखपाल ने शिकायतकर्ता से पैसे लिए, एंटी करप्शन टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर उसे रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान लेखपाल ने चिल्लाना शुरू कर दिया, जिससे वहां काफी भीड़ जमा हो गई।
गिरफ्तार किए जाने के बाद एंटी करप्शन टीम ने आरोपी को अपने सरकारी वाहन में बैठाकर सुहवल थाने ले गए, जहां उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई। इस घटना से सरकारी विभागों में हड़कंप मच गया है, क्योंकि इससे पहले भी एंटी करप्शन टीम ने इसी जिले में दो अन्य लेखपालों और एक सिपाही को घूस लेते हुए गिरफ्तार किया था। इन निरंतर हो रही कार्रवाइयों से जिले के अन्य सरकारी विभागों में भी खलबली मची हुई है, और अधिकारियों में भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता और भय दोनों बढ़ रहे हैं।
एंटी करप्शन टीम की ऐसी कार्रवाइयों से आम जनता में भरोसा बढ़ा है, और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की उम्मीदें और मजबूत हो गई हैं।