ठंड में बारिश बूंदाबांदी ने ठिठुरन बढाई..
राहुल वर्मा की रिपोर्ट
मध्य प्रदेश । इन्दौर शहर मैं एकाएक बदले मौसम ने ठंड की ठिठुरन को बढ़ा दिया है’ इसी बीच हुई बारिश और हल्की बूंदाबांदी ने मौसम का मिजाज ही बदल दिया, देर रात तक हालात ऐसे हुए की रजाई और कंबल बाहर आ निकले अमूमन रजाई और कंबल अधिक ठंड पड़ने पर निकलते हैं लेकिन देर रात हुई बूंदाबांदी ने उससे पहले ही रजाई और कंबल बाहर निकालने पर शहरवासियों को विवश कर दिया” वैसे ये हालत कुछ दिन पहले इस तरह के नहीं थे, ठंड के बीच पड़ी ठंड का एहसास नहीं हो रहा था परंतु अब ऐसा लग रहा है मानो ठंड पड़ी तो जरूर है पर उसका एहसास अब हो रहा है! अब होने लगा है” इस बीच ना तो समय का पता चल रहा है और ना ही मौसम की जानकारी लग पा रही है…धूप है कि दिखना भी बंद हो गई है” कई मीडिया रिपोर्ट्स भी दावे कर रही है कि रविवार से मौसम का बदला मिजाज मंगलवार तक इसी तरह रहने का अनुमान है! बात अगर बीते रविवार की करें तो मौसम ने रविवार को एकाएक 4:00 बजे बात एकदम से करवट बदली और धीरे-धीरे हल्की बूंदाबांदी के बाद बारिश होने
लगी कई इलाकों में तो सड़कों पर हल्का-हल्का जल जमाव भी देखने को मिला” जिसमें पश्चिम क्षेत्र का द्वारकापुरी, प्रजापत नगर ऋषि पैलेस सहित कई अन्य कॉलोनी और इलाके शामिल है। आपको बता दें कि यह वह इलाके हैं जो अक्सर बारिश के समय जलमग्न हो जाते हैं खासकर यहां की सके तो दिखाई ही नहीं देती लेकिन लंबे समय बाद संभवत यह पहला मौका है जब ठंड के मौसम में हुई हल्की बूंदाबांदी ने इस सड़कों को बारिश के मौसम में होने की तरह फिर विवश कर दिया है। बाज भी निलकों की हो ही रही है तो इन्हीं इलाकों से सटी शहर की सबसे बड़ी कॉलोनी में शुमार सुदामा नगर मैं भी हालत इन कॉलोनी से कोई अलग नहीं थे” हल्की बूंदाबांदी के बाद जब बारिश तेज हुई।
इसी बीच ठंड के साथ लोगों को बत्ती गुल यानी लाइट जाने के बाद अंधेरे का भी सामना करना पड़ा सुदामा नगर ,द्वारकापुरी, प्रजापत नगर, सहित ऐसे कई अन्य इलाके जलमग्न के साथ अंधेरे में भी मग्न हुए, मानो शहर अल सुबह तो कोहरे के आवेश में हो अधिकांश खुले इलाकों जिसमें गार्डन और बड़े गार्डन शामिल है वहां तो कोहरा इस कदर रहा । कि मानो कुछ दिखाई ना दे रहा हो ” इसी कारण अधिकांश गार्डन और खुले स्थानों से शहरवासियों ने दूरी बनाई ‘ अमूमन अधिक ठंड और कोहरे के कारण शहर वासी ऐसे इलाकों से दूरी बनाते हैं लेकिन कल देर दोपहर हुई ।
बारिश ने बढ़ती ठंड के पहले ही हालात ऐसे कर दिए” फिलहाल मौसम वैज्ञानिकों की ओर से शहरवासियों के लिए क्या दिशा निर्देश दिए। जाएंगे'” फिलहाल तो बदले इस मौसम के मिजाज को लेकर यही कहा जा सकता है कि इसने बच्चों बुजुर्गों और खासकर बीमार की मुसीबत बढ़ा दी है। कई बुद्धिजीवी और जानकार के साथ शहर के चिकित्सक विशेषज्ञ भी इस मौसम को सर्दी, खांसी और बुखार के आने वाले मरीजों की बड़ी संख्या का कारण मानकर चल रहे हैं_ नाम न लेने पर इन्दौर मेट्रो को एक चिकित्सक ने बताया कि अगर इसी तरह का मौसम रहा तो जल्द ही सर्दी खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या डॉक्टर के क्लीनिक को और सरकारी अस्पतालों मैं देखने को मिल सकती है।
और अंत में क्या करें और क्या ना करें
सबसे पहले बात मौसम की इस तरह के मौसम में खुद को सर्दी खांसी और बुखार से सुरक्षित रखने के लिए सबसे पहले तो गर्म कपड़े पहने साथ ही साथ ऐसी जगह पर रहे जहां ठंड के ठिठुरन और ठंडी हवाओं का प्रभाव कम हो इसके साथ ही घर में या बाहर दोनों जगह निकलने पर विशेष सावधानी रखें खासकर बाहर निकलते वक्त पैरों में जूते पहने, मोजे पहने, और हाथ में गलब्स का इस्तेमाल करें व सर को मफलर, टोपी,या टॉप, से ढके साथी चेहरे को मफलर , गमछा ” और अन्य चीजों से ढककर अपने आप को सुरक्षित रखने की कोशिश करें और घर में फर्श के जरिए पैरों में ठंडक पड़ने से बचने के लिए चप्पल का इस्तेमाल करें” घरों के दरवाजे लगा कर रखें पर्दे बंद करें और खुद भी सुरक्षित रहें और अपने घर परिवार को भी सुरक्षित रखने के लिए इस तरह के अनेकों उपाय करें_ अगर आपके पास किसी कारणवश ऐसी स्थिति उत्पन्न हो कि आप ऐसी जगह हो जहां खुला माहौल हो और जो आपको जरूरी चीज बताई गई है इन सभी चीजों का अभाव तो आप इस ठिठुरन भरी ठंड से बचने के लिए एक सुरक्षित स्थान पर आग जलाकर अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं।