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बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान के संयोजक कवि हरीश शर्मा, समाजसेवी संजय हरितवाल व कुलदीप ने माँ सरस्वती जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया कार्यक्रम का शुभारम्भ

कही मंदिर बनते है तो कही मज्जिद बनती है, अरे साहब ये तो बताओ मेरे माँ के हाथों के जैसी रोटियां ओर कहा मिलती है : कवि हरीश शर्मा

अन्नू सोनी की रिपोर्ट

 

राजस्थान । रामगढ़ शेखावाटी कस्बे में साहित्यिक मंच किस्सेदारियां की ओर से ओपन माइक कार्यक्रम का आयोजन नया बस स्टेण्ड स्थित हेरिटेज छतरी में किया गया। यह जानकारी देते हुए कृष्ण कांत शर्मा ने बताया कि किस्सेदारियां मंच कला, साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत है तथा इस कार्यक्रम का आयोजन छुपे हुए कलाकारों को समाज के सामने लाने हेतु किया गया है, इसीलिए इस ओपन माइक कार्यक्रम का नाम “फाइंडिंग हिडेन जेम्स” रखा गया। इस कार्यक्रम में रामगढ़ शेखावाटी, लक्ष्मणगढ़, सुजानगढ़, चूरू, एवं अन्य क्षेत्रों से विभिन्न कलाकारों ने शिरकत की। कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान के संयोजक कवि हरीश शर्मा, समाजसेवी संजय हरितवाल व कुलदीप ने माँ सरस्वती जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

कार्यक्रम के अगले चरण में कलाकारों के द्वारा कविता, गायन, बांसुरी वादन, गिटार वादन इत्यादि में निपुर्ण कलाकारों ने अपनी कला का परिचय दिया। शेखावाटी अंचल के जाने माने कलाकारों के सानिध्य में नए उभरते कलाकारों ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया। कवि भैरों सिंह सोलंकी, नवयुवक लक्ष्य सोलंकी वीर रस का पाठ किया एवं मायड़ भाषा के कवि गिरधारी ने सामाजिक मुद्दों को हास्य रस में पिरो कर प्रस्तुत किया । मंच का सफल संचालन दिनेश भारती व आरज़ू सैनी के द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में बेटा पढ़ाओ – संस्कार सिखाओ के आयोजक कवि हरीश शर्मा ने बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान पर प्रकाश डालते हुए विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा की एवं शिक्षा व संस्कारों की अलख जगाने के लिये सभी युवाओं को मार्गदर्शित किया। इस अवसर पर कवि शर्मा के द्वारा कही मंदिर बनते है तो कही मज्जिद बनती है, अरे साहब ये तो बताओ मेरे माँ के हाथों के जैसी रोटियां ओर कहा मिलती है सहित माँ की ममता को लेकर अनेकों कविताओं का वाचन करते हुए युवाओं में नया जोश भरा।

मंच द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में निखिल धौलपुरिया, लक्की सांखला, कवि विश्वेंद्र, रितेश, ऋषभ, जिया चोटिया, अभिजीत चरण, सचिन स्वामी, राहुल, सूरज, आकाश, मुकेश रिणवा, राहुल सैनी, सुरेश कुमार ने भी अपनी प्रस्तुति से कार्यक्रम में नए रंग भरे। साहित्यिक मंच किस्सेदारियां के इस कार्यक्रम का संपूर्ण कार्यभार गोकुल भारती एवं अन्य कार्यकर्ताओं ने संभाला।

किस्सेदारियां मंच से खुशवंत शर्मा, शिवम बोचीवाल,कृष्ण कांत शर्मा, श्रीकांत शास्त्री ने भी कार्यक्रम के कार्यों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।कार्यक्रम के समापन पर कार्यक्रम में बेहतरीन प्रस्तुति देने वाले प्रतिभागियों जिनमे लक्की सांखला, निखिल धौलपुरिया, कवि विश्वेन्द्र सुजानगढ़ के साथ-साथ साहित्यिक मंच किस्सेदारिया को बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान की ओर से प्रतीक चिन्ह व अभियान पर लिखित पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया गया।

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