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प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर महिलाओं को पोषण के बारे में दी गई जानकारी

– 21 दिवसीय एस0 बी0 ए0 प्रशिक्षण डिस्टिक हॉस्पिटल में शुरू हुआ

अनुज जैन की रिपोर्ट

अमरोहा । जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और समस्त शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस मनाया गया और जिला अस्पताल में संस्थागत और गुणात्मक प्रसव के लिए 21 दिवसीय एसबीए प्रशिक्षण शुरू किया गया। इसका शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजीव सिंघल व मुख्य चिकित्सा अध्यक्ष डॉ प्रेम पंत त्रिपाठी ने फीता काटकर के किया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजीव सिंघल ने बताया कि प्रशिक्षण में संस्थागत और गुणात्मक प्रसव के लिए दक्षता बढ़ाने के संबंध में एएनएम स्टाफ नर्स आयुष महिला शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षणार्थियों को प्रसव पूर्व, प्रसव के दौरान और प्रसवोपरांत प्रसव प्रक्रिया को सुरक्षित बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।

स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. कहकशा ने बताया प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत प्रत्येक गर्भवती महिला को प्रसव पूर्व जांच सुविधा उपलब्ध कराने के सही पोषण के बारे में भी बताया गया है और प्रत्येक माह की 9 तारीख को और 24 तारीख को स्वास्थ्य केन्द्रों पर विशेष आयोजन होता है |गर्भवती महिलाओं को प्रोटीन के लिए दालों, फलियों, दूध, दही, पनीर, मट्ठे के अलावा अंडे से मिल सकता है। पर ध्‍यान रहे कि कच्‍चा मीट, अंडे, दूध का सेवन न करें।

शरीर के लिए विटमिन बहुत जरूरी हैं जो ताजी सब्जियों व हरी पत्तेदार सब्जियां, पालक ,गोभी, टमाटर , और फलों, सूखे मेवों से मिलता हैं। और साथ ही गर्भवती को आयरन व कैल्शियम की गोलियां भी दी गई। आई हुई सभी गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच की गई । इसमें गर्भवती की ब्लड, यूरिन, हीमोग्लोबिन,बजन ,अल्ट्रासाउंड, ब्लड प्रेशर की जांच की गई। गर्भवती का निःशुल्क अल्ट्रासाउंड भी कराया गया। और नियमित टीकाकरण के बारे में जानकारी दी गई और उनके टीका भी लगाया गया ।

जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता मोहम्मद याकूब ने बताया जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस मनाया गया। जिसमें अलग अलग क्षेत्र से आयी 924 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई। जिनमें उच्च जोखिम वाली 71 गर्भवती महिलायें चिन्हित की गई।

लाभार्थी नरगिस ग्राम मीरपुर ने बताया मेरी उम्र 27 वर्ष है और आज मैंने अपनी जांच कराई हैं और अल्ट्रासाउंड भी कराया है सब निःशुल्क हुआ है | जांच में बिल्कुल स्वस्थ पाई गई हूँ | गर्भ में पल रहा मेरा पहला बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है। और मुझे पोषण के बारे में बताया गया कि मैं अच्छा भोजन खाऊंगी तो मेरा बच्चा कुपोषित होने से बचेगा और स्वस्थ्य भी रहेगा। गर्भ के दौरान मुझे क्या करना चाहिए और क्या खाना चाहिए यह भी बताया गया है।

संस्थागत प्रसव के फायदे

-संस्थागत प्रसव सरकारी अस्पताल में ही कराएं।
-उसके बाद 48 घंटे वहीं रुके।
-प्रसव के दौरान और उसके बाद मां के शरीर से अधिक रक्तस्राव होने की आशंका होती है। जिससे अस्पताल में आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।
-कई नवजात शिशुओं को जन्म के समय सांस लेने में दिक्कत होती है जिसको नियंत्रित करने के लिए अस्पताल में सुविधाएं उपलब्ध होती है।
-संस्थागत प्रसव कराने पर जननी सुरक्षा योजना का लाभ मिलता है।

इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजीव सिंघल, मुख्य चिकित्सा अध्यक्षक डॉ प्रेम पंत त्रिपाठी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दिनेश कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी भानु प्रकाश हिमकर, याकूब अली, डॉ सुखदेव सिंह, यूपीटीयू से डॉक्टर चिराग, डॉक्टर कहकशा, डॉ चरन सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।

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