– निक्षय मित्रों की मदद से 850 टीबी रोगियों को लिया जा चुका है गोद
अनुज जैन की रिपोर्ट
अमरोहा । टीबी उन्मूलन के लिए सरकार 9 सितंबर से जन भागीदारी का अभियान चला रही है। इसके तहत टीबी मरीजों को गोद लेने की प्रक्रिया अब ऑनलाइन कर दी गई है। जो भी व्यक्ति टीबी मरीजों को गोद लेगा, उसे निक्षय मित्र कहा जाएगा। इन निक्षय मित्रों को टीबी मरीजों के पोषण की जिम्मेदारी दी गई है। जिले में वर्तमान में 1820 ऐसे टीबी रोगी हैं, जिन्हें निक्षय मित्र का इंतेजार है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ मुमताज अंसारी बताते हैं कि पहले टीबी के मरीजों को गोद लेने की ऑनलाइन प्रक्रिया नहीं थी। 9 सितंबर से इसे सरकार की ओर से शुरू किया गया है। इस ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत नौ सितंबर से अभी तक 120 निक्षय मित्र रजिस्टर्ड हो चुके हैं। जिले में वर्तमान में 2670 टीबी रोगियों का इलाज किया जा रहा है। इन मरीजों में से सभी ने उन्हें गोद लिए जाने की इच्छा स्वास्थ्य विभाग के आगे जाहिर की। इन मरीजों के पास टीबी के इलाज के दौरान पोषण सामग्री खाने का अभाव है। जबकि टीबी के इलाज में पौष्टिक खाद्य पदार्थ के सेवन की भूमिका अहम होती है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में कुल 850 टीबी के मरीजों को ही गोद लिया गया है। 1820 मरीज अभी भी निक्षय मित्रों के इंतजार में हैं। जिससे उन्हें पौष्टिक आहार मिल सके। सरकार की ओर से निक्षय मित्र बनने की ऑनलाइन प्रक्रिया में टीबी मरीज को पोषण सामग्री और रोजगार मुहैया कराने का विकल्प वेबसाइट पर दिया गया है।
इस वेबसाइट पर निक्षय मित्र खुद को पंजीकृत कराकर टीबी मरीज को रोजगार दिलाने से लेकर उसे पोषण सामग्री दे सकता है। निक्षय मित्र एक या उससे अधिक टीबी के मरीज को कम से कम छह माह या एक साल के लिए गोद ले सकता है। वेबसाइट पर पंजीकृत होने के बाद टीबी विभाग निक्षय मित्र को मरीज की डिटेल मुहैया कराएगा।
व्हाट्सएप के जरिए लिंक शेयर कर रहे विभागीय लोग जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि निक्षय मित्रों को इस अभियान से जोड़ने के लिए लगातार लोगों को व्हाट्स एप के जरिए लिंक भेजे जा रहे हैं। इसमें एमओआईसी, सीनियर सुपरवाइजर से लेकर कई अन्य विभागीय लोग भी मदद कर रहे हैं।
यह है लिंक
अगर आप भी निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीज को गोद लेकर उन्हें पोषण सामग्री वितरित करने में मदद करना चाहते हैं तो https://communitysupport.nikshay.in लिंक पर क्लिक कर खुद का पंजीकरण कराएं।