नरेंद्र शर्मा की रिपोर्ट
मथुरा । रुक रूककर हो रही बारिश से किसानों की फसल चौपट हो गई। फसल को देखकर किसान आज लगाए बैठा था हो सकता है अब की बार फसल अच्छी होगी जिससे साहूकार से लिया गया कर्ज अदा कर सके और आने वाली फसल की बुवाई के लिए खाद्य बीज खरीद सके लेकिन किसानों को क्या पता था प्रकृति की मार इतनी भारी होगी ।
इसको लेकर पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश से किसानों की फसल बर्बाद के मामले में राष्ट्रीय लोकदल किसानों की समस्याओं के शीघ्र निराकरण को लेकर सोमवार को राज्यपाल के नाम जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। जिसमें अति जल वृष्टि के कारण अधिकांश कृषि भूमि जलमग्न हो चुकी हैं जो फसल, धान, ज्वार, बाजरा, दलहन तिलहन खड़ी थी वह पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं, तथा जल प्लावन की वजह से अगली फसल की उम्मीद भी किसान खो बैठा हैं ।
इन हलातों को देखते हुए दैवीय आपदा घोषित किया जाए ।बर्बाद फसल का राजस्व विभाग से सर्वे कराकर किसानों को कम से कम पचास हजार रूपये बीघा की दर से मुआवजा दिया जाए। जनपद के जलप्लावित एरिया से जल निकासी की व्यवस्था सरकार अपने संसाधनों से करें, जिससे अगली फसल की बुवाई किसान कर सकें।
फसल की बर्बादी के कारण किसान कर्ज में डूबा हुआ हैं उसके कर्ज माफी के साथ साथ साथ ही बिजली के बिल माफ किए जाएं। अगली फसल की बुवाई के लिए खाद्य, बीज फ्री उपलब्ध कराई जाए बेरोजगार युवकों को रोजगार उपलब्ध कराए जाएं।महिलाओं की सुरक्षा की जाये राष्ट्रीय लोकदल मथुरा उक्त सभी समस्याओं के शीघ्र निस्तारण के लिए विनम्र निवेदन करता है, और उत्तर प्रदेश सरकार से शीघ्र निराकरण की अपील की है ।