बाल पिटारा एप्लिकेशन से पढ़ना सीखेंगे नौनिहाल सहयोग एप के द्वारा सुपर वाइजर करेंगे आंगनबाड़ी केंद्रो का निरीक्षण
नीरज जैन की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद । जिला अधिकारी सभागार में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कार्यों में निखार लाने, सशक्त आंगनबाड़ी पुस्तिका, सक्षम पोषण मैनुअल, प्रदेश में 199 आंगनबाड़ी केंद्रो के शिलान्यास,501 आंगनबाड़ी केंद्रो के लोकार्पण, सहयोग एप और आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले 3 से 6 वर्ष के नन्हे-मुन्ने बच्चों के बाल पिटारा एप्लिकेशन का शुभारंभ किया ।
जिलाधिकारी संजय सिंह ने कहा कि बाल पिटारा एप के जरिए अब बच्चे केंद्र बंद होने पर भी घर पर पढ़ाई कर सकेंगे । साथ ही सहयोग एप के जरिए आंगनबाड़ी सुपर वाइजर केंद्र भ्रमण के दौरान ऑनलाइन फार्म भरेंगे। इससे सुपरवाइजर के भ्रमण की स्थिति भी पता चल सकेगीl जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद ने बताया कि बाल विकास परियोजना विभाग ने इसके लिए पहल की है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अभिभावकों के मोबाइल फोन में एप्लिकेशन अपलोड कराएंगी। माता-पिता इसके जरिए अपने बच्चों को पढ़ाएंगे। एप्लिकेशन में पढ़ाई को रुचिकर बनाने के लिए खेल का रूप दिया गया है।
डीपीओ ने कहा कि कोरोना काल में पठन-पाठन सबसे अधिक प्रभावित रहा। परिषदीय स्कूलों से लेकर विश्वविद्यालयों तक की पढ़ाई आनलाइन हो गई। ऐसे में आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए बाल पिटारा एप्लिकेशन लांच किया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को गांव-गांव अभिभावकों के एंड्रायड मोबाइल फोन में इसे अपलोड कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
एप्लिकेशन में पढ़ाई को रुचिकर बनाने के लिए खेल का रूप दिया गया है। माता-पिता उन्हें घर पर ही हिदी, गणित समेत अन्य विषयों के बारे में बताएंगे। मोबाइल फोन की पढ़ाई बच्चों को भाएगी। इससे पढ़ाई के प्रति उनमें रूझान बढ़ेगा। वहीं स्कूल बंद होने के बावजूद पठन-पाठन पूरी तरह से ठप नहीं होगा।
32 कहानी व 32 कविताएं रहेंगी अपलोड
डीपीओ ने बताया कि बाल पिटारा एप्लिकेशन में 32 कहानियां व 32 कविताएं अपलोड रहेंगी। अभिभावक बच्चों को कहानी व कविता याद कराएंगे। नैतिक शिक्षा से जुड़ी कहानियों व कविताओं से नन्हे-मुन्नों की जानकारी बढ़ेगी वहीं उनका मनोरंजन भी होगा।
एप्लिकेशन सिखाएगा संस्कार
एप्लिकेशन में 384 प्रकार की गतिविधियां अपलोड रहेंगी। अभिभावक अपने बच्चों को इसे सिखाएंगे। मसलन, सुबह उठकर मुंह धोना, दांत साफ करने, खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धोने के साथ ही दिनचर्या और शिक्षण कार्य से जुड़ी अच्छी गतिविधियों के बारे में जानकारी मिलेगी। उम्मीद जताई जा रही कि विभाग की यह पहल कारगर साबित होगी।
‘डीपीओ ने बताया कि सक्षम पोषण मैनुअल के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का क्षमताबर्धन होगा साथ ही गृह भ्रमण के दौरान उनके द्वारा लाभार्थी को दिए जाने वाले परामर्श में भी निखार आएगा । इस दौरान सीडीपीओ मानवेंद्र सिंह, सुनीता उपाध्याय, विमलेश चौधरी, बाल संरक्षण अधिकारी सचिन सिंह और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रहीं।