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निजी अस्पतालों को 24 बिंदुओं पर देना होगा ब्यौरा 

सभी अस्पताल में रिपोर्टिंग का काम समय पर पूरा करें : सीएमओ

 

रेनू शर्मा की रिपोर्ट

बुलंदशहर । मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार में बुधवार को जनपद के निजी अस्पतालों की रिर्पोटिंग के लिए बैठक का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विनय कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में स्वयंसेवी संस्था पीएसआई इंडिया की मदद से जनपद के 14 अस्पतालों को प्रमुख सूचकांकों के बारे में जानकारी दी गयी, जिसमें प्रसव संबंधित जांच, संस्थागत प्रसव, परिवार नियोजन और नियमित टीकाकरण सहित 24 बिंदुओं के बारे में बताया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जनपद के समस्त निजी अस्पताल के संचालकों को सभी बिंदुओं का ब्यौरा देने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विनय कुमार सिंह ने कहा – जनपद के 30 निजी अस्पतालों में से जच्चा-बच्चा और बाल स्वास्थ्य से जुड़े सूचकांकों पर 17 अस्पताल रिपोर्टिंग कर रहे हैं। बैठक में जिला कार्यक्रम प्रबंधक हरि प्रसाद ने कहा हौसला साझेदारी कार्यक्रम व आयुष्मान भारत योजना से जुड़े चिकित्सालयों को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एक फार्मेट दिया गया है ।

जिस पर हर माह ब्यौरा देना है। ब्यौरे में महिलाओं को दिये जाने वाली प्रसवकालीन सेवाओं, सी सेक्शन प्रसव, नार्मल प्रसव, शिशु जन्म, शिशु मृत्यु, पुरुष नसबंदी, महिला नसबंदी और बच्चों को लगाये जाने वाले टीके समेत कुल 24 बिंदुओं के बारे में जानकारी दी जानी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल संचालकों को फार्मेट के बारे में विस्तार से बताया जा चुका है।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ सुनील कुमार ने बताया – जनपद के सरकारी और निजी अस्पतालों से पूर्ण रिपोर्टिंग करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) पर एंटी नेटल केयर सर्विसेज, संस्थागत प्रसव, परिवार नियोजन और बच्चों के नियमित टीकाकरण की रिपोर्टिंग अनिवार्य की गई है।

शिशु व मातृ मृत्यु दर रोकने में इन रिपोर्ट्स व आंकड़ों का खास योगदान है। उन्होंने कहा- जब तक निजी क्षेत्र से संपूर्ण रिपोर्ट नहीं मिलेगी तब तक जच्चा बच्चा और बाल स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाओं का संपूर्ण लाभ समुदाय तक नहीं पहुंच सकता। रिपोर्टिंग के अभाव में जिले की रैंकिंग भी प्रभावित होती है।

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