मुस्लिम पक्ष की दायर याचिका को किया निरस्त
संजय महेश्वरी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । उत्तर प्रदेश के काशी स्थित ज्ञानवापी विवाद के मामले में काशी जिला न्यायालय द्वारा श्रंगार गौरी की पूजा की अनुमती प्रदान करने व मुस्लिम पक्ष की दायर याचिका को निरस्त किए जाने के उपलक्ष्य में बजरंग बल हरिगढ़ के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने गौरव शर्मा के नेतृत्व में अलीगढ़ महानगर के ऐतिहासिक अचलेश्वर महादेव मंदिर में विधिवत रूद्राभिषेक किया ।
कार्यकर्ताओं ने शासन के निर्देशों का पालन करते हुए शांति के साथ रुद्राभिषेक का कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न किया । इस अवसर पर उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गौरव शर्मा ने कहा कि हिन्दू युवाओं को बहुत धैर्य से इस संघर्ष को लक्ष्य तक पहुंचाना होगा क्योंकि सैकड़ों वर्षों के लंबे संघर्ष और सनातनी संस्कृति व धर्म के अपमान को सनातनी सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना तक जारी रखना होगा क्योंकि इस्लामिक जिहाद विश्व की मानवतावादी के अस्तित्व के लिए एक गंभीर चुनौती है।
बजरंग बल के संरक्षक अशोक चौधरी ने कहा कि राष्ट्रविरोधी शक्तियां निरन्तर राष्ट्र में अराजकता उत्पन्न करने हेतु हिन्दू सनातनी मूल्यों पर आक्रमण कर रहे हैं जिक्र समुचित उत्तरदायित्व जाना परम आवश्यकता है । सम्पूर्ण विश्व में भारत हिंदुओं का एक मात्र देश है किन्तु स्वतंत्रता के 75 वर्ष बाद भी हिन्दू अपने अधिकारों व सम्मान की रक्षा को संघर्षरत है। किन्तु भारत में जागृत होने नव हिन्दू चेतना सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना तक रुकेगी नहीं।
इस अवसर पर विभाग संयोजक ने ज्ञानी वापी मामले में संघर्षरत सुप्रिम कोर्ट के अधिवक्ता आदरणीय हरिशंकर जैन विष्णु शंकर जैन पुष्पेद्र कुलश्रेष्ठ आदि सहित अन्य अधिवक्ताओं प्रशासन व सुरक्षा बलों का आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम उपरांत भोले नाथ का भोग लगाकर मिष्ठान का वितरण भी हुआ।
कार्यक्रम में सैकड़ों बजरंगीयों सहित कार्यक्रम में अशोक चौधरी,कर्नल निशीथ सिंघल, दिनेश मित्तल गिरीश बसंल अजय सिंह, रीतेश वर्मा ,अजय गुप्ता, मोनू पंडित , सतीश मूर्ति, केशव, सुनील, हर्ष सोनी, आशु सक्सेना, अमित शर्मा, राजा बाबू, अजय आजाद, शुभरांत, ऋतिक, प्रमोद, अमित ठाकुर, दीपक सक्सेना, धनंजय, डॉ. ब्रजेश, संजय सिंह, गोलूपंडित , कान्हा पंडित, नीरज पंडित, राहुल वार्ष्णेय, विशाल शर्मा, सजल, भोला ठाकुर, आचार्य. प्रशांत शर्मा, हिमांशु सविता, गोपाल सर, राहुल गोस्वामी आदि प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे।