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जिले के प्रत्येक ब्लॉक में पोषण पंचायत में हुई कुपोषण पर चर्चा

नीरज जैन की रिपोर्ट

 

फर्रुखाबाद । जिले में राष्ट्रीय पोषण माह एक सितंबर से शुरू हो चुका है। इस वर्ष पोषण माह “महिला और स्वास्थ्य”, “बच्चा और शिक्षा” थीम के साथ मनाया जा रहा है। पोषण माह के तहत शुक्रवार को जनपद के प्रत्येक ब्लॉक में पंचायत स्तर पर सामुदायिक बैठक का आयोजन किया गया। कमालगंज ब्लॉक के ग्राम बलीपुर, अमानाबाद, शेखपुर रुस्तम और सिंगुरापुर में पोषण पंचायत की बैठक कर पोषण मटका के माध्यम से मौजूद लोगों को कुपोषण से निपटने के गुर सिखाए गए ।

जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद ने बताया कि 30 सिंतबर तक चलने वाले पोषण माह के तहत कुपोषण से लड़ने के लिए ग्राम पंचायत, ग्राम विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग का सहयोग लिया जाएगा। बच्चों के पोषण के साथ महिलाओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी होगा।

कमालगंज ब्लॉक की सीडीपीओ विमलेश चौधरी ने बताया कि हम सभी का भी दायित्व बनता है कि अपने बच्चे के साथ ही आस पास के बच्चे के बारे में भी जानकारी रखें कि पड़ोसी का बच्चा स्वस्थ है कि नहीं तभी हम कुपोषण को भगा सकते हैं । अगर हमारे आस पास कोई बच्चा कुपोषित दिखे तो उसको अपनी आंगनवाड़ी कार्यकत्री को बताएं साथ ही उस बच्चे के घर बालों को भी समझाएं कि बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय में बने पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराएं जिससे आपका बच्चा जल्द स्वस्थ हो ।

इस दौरान बलीपुर के प्रधान ऋषी कुमार ने कहा कि हम सभी अगर मिलकर कुपोषण के खिलाफ़ जंग करें तो इसको जल्द ही समाप्त कर सकते हैं । बलीपुर की आंगनवाड़ी कार्यकत्री अनुपम राजपूत ने बताया की पोषण मटका बनाने का उद्देश्य पोषण के लिए जागरूकता फैलाना है। उन्होंने बताया की पोषण मटका को तीन लाल, पीला और हरा रंग से रंगा गया। और ऊपर सहजन लगाया गया। उन्होंने लाल रंग को अतिकुपोषित ,पीले को कुपोषित और हरे को सामान्य बताते हुुए कहा की किसी भी दशा में किसी बच्चे को कुपोषण का शिकार नहीं होना है। सही पोषण होगा तभी देश रोशन होगा।

पोषण पंचायत में कुपोषित महिलाओं, बच्चों के लिये बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजना एवं पोषण अभियान के अन्तर्गत चलायी जा रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई । इस दौरान बलीपुर की निवासी सरोजनी ने बताया कि पोषण बैठक के द्वारा हमें अपने बच्चे को कुपोषण से किस प्रकार बचाना है जानकारी मिली । इस दौरान प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाचार्या फरहत अयूब, सहायक अध्यापक रश्मि, मिथलेश, कुसुमा, पुष्पा, आशा कार्यकर्ता अंजू, सहायिका गायत्री सहित अन्य लोग मौजूद रहे ।

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