नौशाद अली की रिपोर्ट
गोंडा। “पत्रकारों पर आए दिन हो रहे हमले और फर्जी तरीके से मुकदमे दर्ज कराए जाने का मामला काफी गंभीर है और यह निश्चित रूप से लोकतंत्र पर एक बेरहम प्रहार है।” समाचार दर्पण 24 परिवार की एक आनलाइन बैठक में संस्थान के संस्थापक संपादक अनिल अनूप ने यह चिंता जाहिर किया। उन्होंने कहा कि, अभी पिछले दिनों गोंडा धानेपुर अस्पताल में एक नवजात शिशु का चेहरा जानवर द्वारा खा लिए जाने संबंधी खबर दैनिक अख़बार में प्रकाशित करने वाले पत्रकार उमानाथ तिवारी पर मुकदमा दर्ज किया जाना इस ओर ध्यान आकर्षित कराता है कि उक्त अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार को उच्चाधिकारियों का वरदहस्त प्राप्त है। जिलाधिकारी का आदेश दिया जाना और नर्सों द्वारा उक्त पत्रकार पर मुकदमा दर्ज किया जाना ही इसका पर्दाफाश करने के लिए काफी है कि प्रशासन की व्यवस्था लोकतांत्रिक नहीं राजशाही जैसा ही है।”
समाचार दर्पण 24 परिवार की ओर से उपस्थित दुर्गा प्रसाद शुक्ला, सर्वेश द्विवेदी, संजय सिंह राणा, कमलेश कुमार चौधरी, राकेश तिवारी, सुरेन्द्र प्रताप सिंह, टिक्कू आपचे, मनोज उनियाल, सीमा परिहार, किरण कश्मीरी, चुन्नीलाल प्रधान, आर के मिश्रा, आनंद शर्मा, अरमान अली, मोहित भारद्वाज, कौशिक जीवन, रेखा गुप्ता, सीमा यादव, अनु शुक्ला, अरविंद कुमार, नैना राजस्थानी, महेंद्र सिंह, पूरन सिंह, अल्पना मिश्र एवं संपादकीय विभाग के सभी सदस्यों ने धानेपुर गोंडा अस्पताल प्रशासन की इस घिनौनी हरकत की एक स्वर से निंदा की।
टीम प्रमुख दुर्गा प्रसाद शुक्ला ने कहा कि समाज के हित में हम दिल से प्रशासन की बातें नियमित रूप से पंहुचाते रहते हैं। इस परिस्थिति में हमे स्थानीय प्रशासन से सतत सहयोग की अपेक्षा रहती है लेकिन इस प्रकार की दमनकारी नीति के बहाने हमारी आवाज को दबाने का प्रयास घोर निंदनीय है।
डेस्क एडीटर कमलेश कुमार चौधरी ने कहा कि पत्रकार प्रशासन और जनता के बीच आपसी ताल्लुकात बढ़ाने में एक मात्र अटूट पुल का काम करता है और उसके साथ ऐसी बेमानी पूर्वक हरकत किया जाना कतई बर्दाश्त के लायक नहीं है। आनलाइन बैठक में समाचार दर्पण 24 परिवार के सभी सदस्यों ने एकमत से निर्णय लिया कि हम अपनी टीम की ओर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को इस संबंध में एक ज्ञापन देकर उक्त अस्पताल में व्याप्त अनियमितताएं की
जांच कराएं और दोषी अधिकारियों को कठोर सजा दी जाए। इसके अलावा पत्रकार उमानाथ तिवारी के ऊपर विभिन्न संगीन धाराओं में दर्ज मुकदमा शीघ्र वापस ले कर जिलाधिकारी पत्रकारों के संभावित देश व्यापी किसी आंदोलन को रोकने का काम करें। अंत में प्रधान संपादक ने कहा कि हम इस बैठक में किसी कारण से अनुपस्थित परिवार के सदस्यों से भी उनके विचार जानने के बाद शीघ्र ही ज्ञापन की प्रक्रिया शुरू करेंगे।