उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2025 तक भारत को टीबी फ्री करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रति छह माह में सघन टीबी रोगी खोज अभियान (एसीएफ) चलाया जाता है। पिछले 2 जनवरी से 12 जनवरी तक चले अभियान में करीब नौ लाख चौसंठ हजार की आबादी के बीच 232 नए टीबी मरीज मिले हैं। सर्वाधिक 24 रोगी अतरौली व 21 बन्नादेवी टीबी यूनिट के तहत मिले हैं। जिसकी सघन मोनिटरिंग मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भानु प्रताप सिंह कल्याणी द्वारा प्रतिदिन सांयकालीन समीक्षा बैठक लेकर की गई जिसके अंतर्गत सभी सुपरवाइजर को निर्देशित करते रहे उसी का परिणाम है कि इस बार 233 नए मरीज नए निकले हैं जबकि बहुत मरीजों की अन्य जांचे की गई है जिसकी रिपोर्ट आने पर और भी नये मरीज मिलने की संभावना है, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अनुपम भास्कर ने बताया कि 2 जनवरी से 12 जनवरी तक चले अभियान टीबी रोगी खोजी अभियान (एसीएफ) के तहत 403 टीमें और 82 सुपरवाइजर लगाए गए थे। जनपद में 35 बलगम जांच केंद्र (डीएमसी) पर टीबी की जांच की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि जिला क्षय रोग केंद्र, अलीगढ़ के तहत 845000 आबादी का लक्ष्य कुल जनपद की 20 प्रतिशत पापुलेशन में टीबी रोगियों की खोज का लक्ष्य दिया गया था, कुल 19 टीबी यूनिटों के अंतर्गत एरिया में जिसके सापेक्ष 964896 लोगों की स्क्रीनिंग की गई जिसमें से 2529 लोगों को टीबी के लक्षण होने पर जांच करवाई गई । जिला कार्यक्रम समन्वयक सतेंद्र कुमार ने बताया कि टीबी यूनिट को अर्बन स्लम, सुदूर क्षेत्र के गांव, ऐसे गांव जहां से लोग बाहर काम करते हैं, जहां ईंट भट्ठे, आदि आबादी के बीच अभियान चलाया था। जिसमें सैंपल लेकर जांच को भेजे गए । अभियान में मिले सभी 233 नए टीबी रोगियों का इलाज शुरू करा दिया गया अभियान के बीच में इनके द्वारा 6 दिनों तक जनपद में भ्रमण कर एसीएफ अभियान का निरीक्षण किया।
अलीगढ़ से चीफ एडिटर
अजय प्रताप चौहान